बना रहे हैं संगम स्नान के लिए प्रयागराज का प्लान, तो इन खास लोकेशंस को कभी ना करें मिस
Tourist Places in Prayagraj Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश की कुंभ नगरी पूरी दुनिया में अपनी धार्मिक आस्था के लिए जानी जाती है।प्रयागराज इलाहाबाद का संगम पूरी दुनिया में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है यहां पर दुनिया का सबसे विशाल कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
गंगा जमुना सरस्वती के संगम पर स्नान करने के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। तो अगर आप भी इलाहाबाद की यात्रा का विचार कर रहे हैं तो आज के इस लेख में हम आपको संगम के अलावा ऐसे कुछ खास लोकेशन के बारे में बता रहे हैं जहां आप अपने इलाहाबाद यात्रा के दौरान घूमने जा सकते हैं।
प्रयागराज यानी इलाहाबाद की खूबसूरती से कौन वाकिफ नहीं है। यह भारत का सबसे पवित्र स्थानों में से एक है, जिसे गंगा और यमुना नदियों के संगम पर बनाया गया था। प्रयागराज की गिनती सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे पुराने शहरों में होती है।
त्रिवेणी संगम
इलाहाबाद को तीर्थ “यात्रियों का दूसरा घर” भी कहा जाता है। इस नाम के पीछे मुख्य कारण यहां पर स्थित है त्रिवेणी घाट है। हिंदू धर्म की पवित्र नदियों गंगा यमुना और सरस्वती के संगम को ही त्रिवेणी घाट के नाम से जाना जाता है। इसी स्थान पर साल 12 साल बाद विशाल कुंभ में लेकर आयोजन किया जाता है। जहां लाखों करोड़ों की संख्या में तीर्थ यात्री संगम पर स्नान करने पहुंचते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र स्थान पर डुबकी लगाने के बाद मानव जीवन सार्थक हो जाता है और सारे पाप धुल जाते हैं। इलाहाबाद की यात्रा त्रिवेणी संगम में स्नान के बिना अधूरी मानी जाती है।
प्रयागराज का किला
प्रयागराज का किला त्रिवेणी संगम के बाद इलाहाबाद में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले टूरिस्ट डेस्टिनेशन में में से एक है। 1583 में अकबर के शासनकाल में बनवाए गए इसके लिए को वास्तु कला के अद्भुत उदाहरण के रूप में जाना जाता है।
कुंभ आयोजन के दौरान इस किले को पूर्ण रूप से यात्रियों के लिए खोल दिया जाता है। बाकी के समय आंशिक रूप से किले के कुछ भागों को पर्यटक के लिए खोला जाता है।
तो अगर आप भी इलाहाबाद की यात्रा कर रहे हैं तो गंगा जमुना नदी के किनारे बने इस प्राचीन किले को देखने जरूर पहुंचे।
आनंद भवन
इलाहाबाद स्थित आनंद भवन को भी इलाहाबाद के एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। आपको बता दे आनंद भवन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मोतीलाल नेहरू का आवास हुआ करता था जिसे बाद में एक ऐतिहासिक संग्रहालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया।
यहां आपको यूरोपियन फर्नीचर और स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले आई का सामान देखने को मिलता है। 1970 में जवाहरलाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी ने इसे भारत भारत सरकार को दान दे दिया था। तभी से सरकार द्वारा इस संग्रहालय के रूप में मान्यता दी गई है।
प्रयागराज म्यूजियम
अगर आप कला प्रेमी है तो आपको चंद्रशेखर पार्क के पास स्थित इलाहाबाद के प्रयागराज म्यूजियम की विजिट अवश्य करनी चाहिए। को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। इस म्यूजियम में आपको वास्तुकलाप साहित्य संबंधी कई कलाकृतियां स्वतंत्रता आंदोलन की घटनाओं से संबंधित सामान पर्यावरण और विभिन्न सांस्कृतिक वस्तुएं देखने को मिलती हैं।
इलाहाबाद केस लोकप्रिय म्यूजियम में राजस्थान के लघु चित्र, प्राचीन काल के कौशांबी के टेराकोटा, बंगाल स्कूल आफ आर्ट की लिटरेचर की कलाकृतियां के अलावा दुर्लभ रॉक मूर्तियां भी देखने को मिलती हैं।
इसके अलावा आपको हड़प्पा युग, मध्य युग, गुप्त काल , खजुराहो की नक्काशी, के अलावा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित इतिहास का खजाना भी देखने को मिलता है।
जवाहर तारामंडल
आनंद भवन के निकट ही स्थित प्रयागराज का जवाहर तारामंडल काफी लोकप्रिय पर्यटक स्थल है इसका निर्माण 1979 में करवाया गया था। इस जगह पर आपको विज्ञान और इतिहास का एक अनोखा संगम देखने को मिलता है।
जवाहर तारामंडल में आप सौरमंडल, ग्रहों की चाल और अंतरिक्ष से जुड़े शो भी देख सकते हैं। जिसे देखने के लिए आपको पहले से टिकट लेना पड़ता है।
प्रयागराज का खुसरो बाग
खुसरो बाग प्रयागराज के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। मुगल वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण पेश करता खुसरो बाग देखने में बेहद ही आलीशान लगता है। इस खूबसूरत खुसरो बाग में बलुई पत्थर से कई जहांगीर परिवार की कई कब्रों का निर्माण करवाया गया है जो मुगलिया वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है।
इन कब्रों में, जहांगीर की पत्नी खुरसोरो मिर्जा और उनकी बेटी, सुल्तान निगार बेगम की कब्र प्रमुख है। अपनी इलाहाबाद यात्रा के दौरान आपको खुसरो बाग बाग की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।