घूम आइए राजस्थान का यह एकलौता हिल स्टेशन, इन जगहों की खूबसूरती दिल जीत लेगा

बारिश की सीजन की शुरुआत होने वाली हैं और इस समय बाहर का मौसम इतना प्यारा और सुहाना होता हैं कि हर किसी का बारिश के मौसम में घूमने का मन करता हैं। तो आज हम आपको राजस्थान के ऐसे शहर के बारें में बताने जा रहे हैं जहाँ आप बारिश का पूरा मजा उठा सकते हैं।

यह राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन हैं जो करीबन 4000 फिट की हाइट पर स्थित हैं। इस हिल स्टेशन का प्राचीन नाम अर्बुदा है जो कि अब माउंट आबू के नाम से जाना जाता है इस पहाड़ी इलाके के ठंडा और सुहाने मौसम का मजा लेने टूरिस्ट दूर-दूर से यहां खींचे चले आते हैं। तो चलिए जानते हैं माउंट आबू में आप कौन-कौन से प्लेसेस में घूम सकते हैं।

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नक्की लेक

नक्की लेक राजस्थान के माउंट आबू में करीबन 3936 फिट की हाइट पर है यह  करीबन ढाई किलोमीटर के दायरे में फैली हुई हैं।  यह लेक भारत की पहले मानव निर्मित झील है जिसकी गहराई लगभग 11000 मी है।

टूरिस्ट के लिए माउंट आबू में नक्की लेक आकर्षण का केंद्र हैं।  यहाँ पर आकर वाटर एक्टिविटी में भी कर सकते हैं, जिसकी प्राइस 150 रुपए से शुरू हो जाती हैं।

 

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सनसेट पॉइंट

सूर्यास्त का बेहतरीन नजर देखने के लिए राजस्थान में इससे अच्छी जगह कोई हो ही नहीं सकती हैं। यहां से सूर्यास्त का कुछ ऐसा नजर आपको देखने को मिलेगा जो बेहद ही खूबसूरत दिखता हैं।

यह से सूर्यास्त होते समय आपको ऐसे लगता हैं। कि सूर्य डूब कर धरती की गोद में समां गया हों। इस हैरत एंगेज नजारे को देखने के लिए ज्यादातर टूरिस्ट इवनिंग के समय यहां पहुंच जाते हैं।

 

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हनीमून पॉइंट

यह सनसेट पॉइंट से करीब 4 किलोमीटर और नक्की लेक से करीबन 2 किलोमीटर के दुरी में स्थित है। यहाँ पर आपको माउंट आबू की घाटियों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता हैं। यहाँ की ठंडी ठंडी हवा आपका दिल जीत लगी टूरिस्ट यहां पर बैठे हुए घंटा बीता देते हैं।

गोमुख टेंपल

माउंट आबू में आते ही 1 किलोमीटर बाद गोमुख सर्किल है वहां से करीबन 3 किलोमीटर के दुरी पर गोमुख मंदिर जाने का रास्ता हैं। यहाँ  से 750 सीढ़ियां नीचे उतरने के बाद आपको यह मंदिर दिखेगा। पत्थर के बने हुए गोमुख से सदा के लिए सरस्वती नदी का
पानी बहता ही राहत है और इसीलिए इस स्थान को गोमुख कहा जाता है।

यहां पर गुरु वशिष्ठ का एक अनोखा आश्रम भी है और ऐसा भी माना जाता है की भगवान श्री राम ने अपने शुरुआती शिक्षा यही प्राप्त की थी।

देलवाड़ा मंदिर

देलवाड़ा मंदिर माउंट आबू से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में आपको चारो और हरियाली देखने को मिलेगी इसके अलावा यह आसपास के क्षेत्र से दूर काफी यह ऊंचाई पर स्थित है यह मंदिर संगमरमर अनुकरानियां संरचनाएं के कारण  पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं।

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