हो जाएं सावधान, दिल्ली की भूतिया जगहों पर कमजोर दिल वाले कभी न जाए
Haunted Tourist Places in Delhi: जब घूमने फिरने की बात चलती है तो लोगों के दिमाग में खूबसूरत पहाड़, साफ और सुंदर बीच, हरे भरे जंगल खूबसूरत झीलें और फूलों से सजी घाटियों का नजारा आता है। लेकिन आपको बता दे ऐसे भी कई टूरिस्ट प्लेस है जहां घूमने जाने के नाम से लोगों के दिल की धड़कन बढ़ जाती हैं। और मन में बुरे बुरे से ख्याल आने लगते हैं।
हम बात कर रहे हैं ऐसे टूरिस्ट प्लेस की जिन्हें भूतिया या पैरानॉर्मल एक्टिविटीज से संबंधित माना जाता है। भूत प्रेत से संबंधित कहानी आपने अक्सर अपने बड़े बुजुर्गों से सुनी होगी। अधिकतर ग्रामीण इलाकों में यह कहानियां काफी प्रचलित रहती हैं।
लेकिन आज हम आपको देश की राजधानी दिल्ली के कुछ ऐसे भूतिया टूरिस्ट प्लेस के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जाने के लिए आपका दिल बहुत मजबूत होना चाहिए नहीं तो यात्रा का खूबसूरत सपना एक बुरे एक्सपीरियंस में बदल सकता है।
अग्रसेन की बावली
भारतीय इतिहास की वास्तुकला को दिखाने वाली प्राचीन इमारत में से एक है दिल्ली बाराखम्बा और जनपथ के के मेट्रो स्टेशन के पास स्थित अग्रसेन की बावली। आपने अक्सर अग्रसेन बावली की तस्वीर फोन या टीवी पर देखी होगी। यह खूबसूरत जगह तीन मंजिला इमारत है जो सीढ़ियों के सहारे एक दूसरे से जुड़ी हुई है।
अग्रसेन बावली के सबसे निचले हिस्से में तालाब है जिसके पानी का रंग काला है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर पैरानॉर्मल शक्तियां बहुत प्रभावी है। जिस वजह से दिन ढलने के बाद यहां पर पर्यटकों की एंट्री बंद कर दी जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस काले पानी में कुछ भूतिया शक्ति हैं जिनके वश में आकर कई लोगों ने इस तालाब में कूद कर अपनी जान ले ली है। और उनकी आत्माएं यहां भटकती रहती हैं।
मलचा महल
दिल्ली के धौला कुआं इलाके में मलचा महल महल को भी दिल्ली के हांटेड स्थान में गिना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस महल में यहां रहने वाली बेगम विलायत और उनके बच्चों की आत्माएं भटकती हैं। 1993 में बेगम विलायत नाम की महिला ने यहां पर खुदकुशी की थी इसके कुछ सालों बाद उनके बेटे प्रिंस राजा ने भी इसी महल में अपनी जान ले ली थी।
जंगल के बीच बने होने के कारण यह जगह काफी रहस्यमय है। लोगों के अनुसार यहां पर अक्सर कुछ अजीब सी आवाज़ सुनाई पड़ती हैं जिसके कारण लोगों में यह ‘मलचा महल’ भूतिया महल के नाम से मशहूर हो गया है।
भूली भटियारी का महल
करोल बाग मेट्रो स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित दिल्ली के सेंट्रल रिजर्व फॉरेस्ट में स्थित भूली भटियारी का महल को पैरानॉर्मल एक्टिविटीज के लिए जाना जाता है। यह दिल्ली के भूतिया जगह में से एक है। यहां प्रचलित कहानियों के अनुसार फिरोजशाह तुगलक द्वारा इस जंगल में एक शिकार कहा बनवाया गया था। जहां एक भटियारी जाति की महिला रास्ता भटक गई कुछ दिन और रहने के बाद उसे महिला की मृत्यु हो गई।
अपने घर का रास्ता तलाश थी वह महिला उसे महिला की आत्मा अभी भी इस महल के आसपास घूमती रहती है। दिन के समय यहां पर काफी संख्या में लोग घूमने पहुंचते हैं लेकिन शाम होने के बाद इस स्थान पर रुकना बिल्कुल मना है।
जमाली कमाली का मकबरा
दिल्ली में मुगल काल से संबंधित कई सुंदर इमारतें हैं जिम मुगल काल का खूबसूरत आर्किटेक्चर देखने को मिलता है। इन्हीं में से एक है ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन के पास स्थित जमाली कमाली का मकबरा। जमाली कमाली का मकबरा भी दिल्ली की भूतिया स्थान में से एक है। मेहरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क में स्थित यह मर्तबा मकबरा सूफी संत जमाली और उनके शिष्य कमाली का समाधि स्थल है।
मान्यताओं के अनुसार यहां पर जिन और रूहों का वास माना जाता है। यहां पर अक्सर लोगों के लोगों ने अजीब आवाजों को सुना है और पैरानॉर्मल एक्टिविटीज का भी अनुभव किया है।
फिरोज शाह कोटला किला
फिरोज शाह कोटला क्रिकेट ग्राउंड के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। इसी क्रिकेट ग्राउंड के दूसरे छोर पर फिरोज शाह कोटला किले का खंडहर स्थित है। फिरोजशाह तुगलक द्वारा बनाए गए इसके लिए को दिल्ली के भूतिया जगह में से एक माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार यहां पर बड़ी संख्या में जिन्नों का साया है । ऐसा माना जाता है की यह जिन लोगों की समस्याओं को भी हल करते हैं। जो जिस कारण यहां बड़ी संख्या में लोग अपनी मन की इच्छा पूरी करवाने के लिए पहुंचते हैं। 14 वीं शताब्दी में बनवाया गया यह किला दिल्ली के सबसे पुराने किलों में से एक है ।