रहस्यों से भरी हुई है देश की सबसे लंबी कोटमसर गुफा, जरूर बनाए यहाँ का प्लान!
छत्तीसगढ़ मध्य भारत का एक विशाल वनों से घिरा हुआ राज्य है जो अपने मंदिरों और झरनों के लिए जाना जाता है। यह राज्य अपनी प्राकृतिक विविधता, सांस्कृतिक और पारंपरिक इतिहास के लिए भी जाना जाता है। जंगलों और झरनों के साथ-साथ यहाँ की गुफाएं भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
इन्ही गुफाओं में से एक कोटमसर गुफा है, जो पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है। अगर आप भी इस गुफा की सैर करने के बारें में सोच रहे हैं तो आज में आपको इसके बारें में पूरी जानकारी देने वाला हूँ।
कोटमसर गुफा कैसे पहुंचें?
छत्तिश्गढ़ में स्थित कोटमसर गुफा बस्तर जिले के कांकेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। यह रायपुर से करीब 300 किलोमीटर दूर है। यह गुफा भारत की सबसे गहरी गुफाओं में से एक है, जिसकी गहराई लगभग 72 फीट है।
लोग इस गुफा की तुलना दुनिया की सबसे लंबी गुफा “कर्ल्सवार ऑफ केव” से करते हैं। यह गुफा प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत मशहूर है।
कोटमसर गुफा की खासियत
कोटमसर गुफा प्राकृतिक रूप से बनी है और इसकी बारीक नक्काशी और खूबसूरती देखने लायक है। इस गुफा के अंदर पत्थरों से बनी अनोखी आकृतियां देखने को मिलती हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
यहां कई जीव-जंतु भी पाए जाते हैं, जिनमें अंधी मछलियां सबसे खास हैं। इस गुफा में सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती, जिससे मछलियों की आंखों पर पतली झिल्ली बन जाती है और वे अंधी हो जाती हैं।
कोटमसर गुफा की यात्रा के दौरान ध्यान रखने वाली बातें
- गुफा के अंदर फिसलन हो सकती है, इसलिए जूते पहनकर जाएं।
- गुफा के अंदर बहुत अंधेरा होता है, इसलिए टॉर्च जरूर साथ रखें।
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