नैनीताल से भी सुंदर है 30 मिनट दूर स्थित यह हिल स्टेशन, बिना देखे ही लौट जाते है आधे से ज्यादा पर्यटक
उत्तरखंड की सुंदर वादियों में बसा नैनीताल हमेसा से ही टूरिस्ट के लिए एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस रहिए है, अंग्रेजों को भी यह जगह इतनी पसंद थी कि यह उनकी राजधानी हुआ करती थी।
हर साल लाखों लोग अपनी छुट्टियां बिताने के लिए नैनीताल जाते है। नैनीताल में जाकर लेक में बोटिंग करना, आसपास के जगहों को देखना और भी कई ऐसी चीजें है जो आमतौर पर टूरिस्ट करते है।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जगह के बारे में बताने जा रहे है जो नैनीताल से महज आधे घंटे की दूरी पर स्थित है और यहाँ की नेचुरल ब्यूटी को देखकर आप नैनीताल को भी भूल जायेंगे।
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जी हाँ हम बात कर रहे है नैनीताल के करीब स्थित हिल स्टेशन पंगोट की जिसकी प्राकृतिक सुंदरता आपका दिल जीत लेगी। वैसे तो यह काफी छोटा सा हिल स्टेशन है लेकिन इसकी खूबसूरती उतनी ही बड़ी है।
समुद्र तल से 6,510 फीट की ऊंचाई पर स्थित पंगोट की दूरी नैनीताल से महज 15 किलोमीटर है और आप नैनीताल से बड़ी आसानी से आधे घंटे से एक घंटे के अंदर ही यहाँ पहुंच जायेंगे।
पंगोट के बारे में कहा जाता है कि यहां प्रकृति का पक्षियों के साथ स्थापित सामंजस्य बेहद अद्भुत है, यहां आपको कई सौ प्रकार के पक्षी देखने को मिलेंगे।
यहां तक पहुंचने के रास्ते में आपको कई तरह की हिमालयी पशु-पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिल सकती हैं, जैसे कि लैमरजियर, हिमालयन ग्रिफन, ब्लू-विंग्ड मिनाला, चित्तीदार और ग्रे फोर्कटेल, रूफ-बेल्ड वुडपेकर, रूफ-बेलिड नेल्टवा, तीतर, विभिन्न प्रकार के थ्रश आदि।
जिन लोगों को बस नैनीताल का भीड़ भाड़ नहीं देखना और अपने ट्रिप पर थोड़ी शांति और सुकून खोज रहे है तो उनके लिए यह एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। इस पहाड़ी गांव में आप प्रकृति की अनुपम और अद्वितीय खूबसूरती का आनंद उठा सकते हैं।
यहाँ छोटे से गांव में घूम कर आप गांव की खूबसूरती के साथ साथ यहाँ के रहन सहन और यहाँ की संस्कृति के बारे में अच्छे से समझ सकते है। आपको गांव में पुराने रीति रिवाज भी देखने को मिलेंगे जिससे कि आप उत्तराखंड के आम लोगों और यहां की परंपरा से अवगत हो सकते हैं।
पंगोट में कई सारे होमस्टे है जहाँ आप हरियाली के बीच रुक सकते है, साथ ही पंगोट में आप कुछ एडवेंचर एक्टिविटी भी कर सकते हैं। यहाँ के जंगलों में ट्रेकिंग के लिए भी कई रूट है।
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