भारत में ही नहीं इन देशों में भी राम लला हैं पूज्य, जहाँ देखने को मिलता है रामायण का अद्भुत स्वरुप
राम मंदिर उद्घाटन के बाद हर तरफ राम नाम की गूंज सुनाई दे रही है. राम भगवान राम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में भगवान राम के दर्शनों की होड़ लगी हुई है। रामायण में रचित श्री राम के चरित्र का पाठ लोगों द्वारा किया जा रहा है।
लोग रामायण के प्रसंग गाकर और राम भजन गाकर गए रहे है । रामायण भगवान राम और माता सीता की कथा का वर्णन करती है, जिनका लोग बहुत सम्मान करते हैं और अपने जीवन में आदर्श मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं रामायण केवल भारत में ही नहीं दुनिया के अन्य कई देशों में एक लोकप्रिय ग्रंथ माना गया है।
यह दुनिया भर के कई अन्य देशों की संस्कृति और मान्यताओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह कहानी उनके सांस्कृतिक ताने-बाने में गहराई से बुनी हुई है। तो आज हम अपने इस लेख में आपको दुनिया के विभिन्न देशों में पढ़ी जाने वाली रामायण के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिसे जानकर आपको हैरानी अवश्य होगी।
थाईलैंड का रामकियेन
थाईलैंड की खूबसूरती पूरी दुनिया में मशहूर है . जिसे देखने के बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुंचते है। थाईलैंड में रामायण से संबंधित रामकियेन नामक प्रसंग, जिसे थाई रामायण भी कहा जाता है, जो भगवान राम के जीवन का वर्णन करती है।
आपको बता दे थाईलैंड में प्रचलित रामायण का यह एडिशन थाईलैंड की सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधताओं के कारण वाल्मिकी रामायण से थोड़ा भिन्न है। ऐसा माना जाता है कि रामकियेन को शुरू में मौखिक रूप से सुनाया जाता था, लेकिन 18 वीं शताब्दी में, यहां के राजा राजा राम -1 ने इसे लिखित रूप में संकलित करवाया। इसके बाद से रामकियेन आज तक थाई लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया है।
लाओस
दक्षिण पूर्व एशिया के खूबसूरत देश आपको भारत से काफी मिलता-जुलता नजर आता है। दक्षिण पूर्व एशिया के लाओस देश में भी रामलाल की कहानी दर्शाने वाली रामायण काफी लोकप्रिय है। जिसे “फरा लक फरा राम” के नाम से जाना जाता है । लाओस में ज्यादातर बौद्ध धर्म के अनुयाई रहते हैं।
यहां के निवासियों के अनुसार गौतम बुद्ध ही पूर्व जन्म में श्री राम के अवतार थे। जिन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम माना गया उन्होंने मर्यादा और धर्म की स्थापना करने के लिए रावण का वध किया। फिर अगले जन्म में महात्मा बुद्ध के रूप में ज्ञान प्राप्त करके लोगों को इस ज्ञान के बारे में बताया।
कंबोडिया
अगर आपको लगता है कि भारत में में ही सबसे अधिक विशाल मंदिर बनाए गए हैं तो आप गलत हैं। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर कंबोडिया एक ऐसा देश है जहां पर सबसे विशाल हिंदू मंदिर बनाया गया है। जिसे अंकोरवाट के नाम से जाना जाता है। जिसे देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं।
आपको बता दें कंबोडिया एक बौद्ध धर्म को मानने वाला देश है। जो पहले एक हिंदू राष्ट्र हुआ करता था। इसी वजह से कंबोडिया में भगवान राम से संबंधित रामायण को “रीमकर’ नाम से जाना जाता है। “रीमकर’ मैं भगवान राम के जीवन की घटनाओं को कुछ अलग रूप में दिखाया गया है।
बर्मा
भारत के पड़ोसी राज्य बर्मा में भगवान राम के चरित्र रामायण को Yama Zatdaw के रूप में जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस अघोषित रूप से वर्मा का राष्ट्र महाकाव्य भी कहा जाता है।
रामलीला की तरह बर्मा में भी धार्मिक त्योहारों पर स्थानीय कलाकारों द्वारा इस महाकाव्य को स्टेज पर भी रचा जाता है। बर्मा की इस रामायण में श्री राम को यह और सीता जी को थीड़ा के नाम से जाना जाता है।
इंडोनेशिया
पर्यटन की दृष्टि से लोकप्रिय इंडोनेशिया में भी भगवान राम की कथाओं का प्रचलन है। इंडोनेशिया में रामायण के संस्करण को “काकविन रामायण” के रूप में जाना जाता है। आठवीं और नवी शताब्दी में लिखी गई रामायण के इस संस्करण को जावानीस लिपी में लिखा गया है।
इंडोनेशिया की परंपरा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आपको रामायण के संस्करण का बहुत अधिक प्रभाव देखने को मिलता है यहां की पारंपरिक नृत्य कलाओं के माध्यम से भी रामायण के कई चित्रों का वर्णन किया जाता है जिसमें राम सीता हनुमान के साथ-साथ रामायण में आदर्श गए कई देवी देवताओं के चरित्र का चित्रण किया जाता है।