नैनीताल घूमकर हो गए हैं बोर, तो अगली बार एक्सप्लोर करें नैनीताल के करीब स्थित ये खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस
Hill Station Near Nainital: किसी भी घूमने के शौकीन इंसान से अगर उत्तराखंड के किसी एक हिल स्टेशन का नाम पूछा जाए तो सबसे पहले नैनीताल का ही नाम जुबान पर आता है। नैनीताल उत्तराखंड में घूमने जाने वाले सबसे फेमस हिल स्टेशंस में से एक है लेकिन अक्सर अपने लोगों से सुना होगा कि नैनीताल जा जाकर बोर हो गए हैं।
अगर आप भी एक ऐसे हिल स्टेशन की तलाश कर रहे हैं, जहां आपको नैनीताल जैसी ही नेचुरल ब्यूटी देखने को मिले साथ ही पहाड़ों की ताजी आवो – हवा का भी आनंद मिले , तो आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको नैनीताल की ही करीब में स्थित कुछ ऐसे खूबसूरत हिल स्टेशन के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जहां आप भीड़-भाड़ के बजाए सुकून और शांति के साथ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
पंगोट
अगर आप भी भर से दूर सुकून के कुछ पल बिताना चाहते हैं तो नैनीताल के ही करीब स्थित पैंगोट आपके लिए एक परफेक्ट लोकेशन है यह हिमालय की गोद में बसा हुआ एक खूबसूरत गांव है . जहां लोग ट्रैकिंग और एडवेंचरस का आनंद लेने पहुंचते हैं।
आप यहां आने वाले पर्यटकों में बड़ी संख्या माउंटेन बाइकर्स, ट्रैकर और बर्ड वाचर की होती है। आपको बता दे पैंगोट में आपको पक्षियों की 25 से ज्यादा प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यह पक्षी देश-विदेश से यहां पहुंचते हैं जिसे देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में नेचर लवर टूरिस्ट यहां आते हैं।
साथ ही यहां ट्रैकिंग के लिए भी एक अच्छा लोकेशन है। पैंगोट से कॉर्बेट नेशनल पार्क तक का ट्रैक भी ट्रैकर यात्रियों में काफी मशहूर है।
नौकुचियाताल
कुमायु की खूबसूरत पहाड़ियों से घिरा यह हिल स्टेशन अपनी झीलों की खूबसूरती के लिए जाना जाता है । नैनीताल के करीब ही स्थित नकुचियाताल भी नैनीताल की तरह ही वोटिंग और एडवेंचरस एक्टिविटीज के लिए परफेक्ट जगह है।
यहां पर पर्यटकों को पैराग्लाइडिंग, पैडलिंग, याचिंग जैसे कई एक्टिविटीज करने का अवसर मिलता है।बच्चों और बड़ों दोनों के लिए ये जगह जन्नत से काम नहीं है । यहां की झील में नौ कोने होने के कारण इस शहर का नाम नौकुचियाताल पड़ा।
टनकपुर
उत्तराखंड इस गांव के बारे में लोग कम ही जानते हैं। यह यह उत्तराखंड के चंपावत जिले एक छोटा सा शहर है। यह शहर भारत-चीन की सीमा से करीब 3 किमी दूर स्थित है। आपको बता दें यह स्थान माता के शक्ति पीठ पूर्णागिरि के लिए में मुख्य रूप से प्रशिद्ध है ।
इस शक्ति पीठ के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर वर्ष यहाँ पहुंचते हैं . इसके अलावा टनकपुर में अब रिवर राफ्टिंग के भी बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है ।
ऋषिकेश के अतिरिक्त यहाँ भी पर्यटक रिवर राफ्टिंग का आनद लेने पहुंचते हैं ।टनकपुर समुद्र तल से 245 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। इसी स्थान से लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू करते हैं।
लोहाघाट
यदि आप नैनीताल की यात्रा की योजना बनाते समय एक शांत और एकांत स्थान की तलाश में हैं, तो लोहाघाट आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। यहाँ खूबसूरत पहाड़ों के मनमोहक दृश्य के आपको विशाल देवदार के पेड़ और बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियाँ मिलेंगी।
मानसून के दौरान पहाड़ों की यात्रा करना जोखिम भरा माना जाता है , लेकिन बारिश के मौसम में भी आप लोहाघाट जाने का मन बना सकते हैं । यह स्थान बरसात के मौसम में अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है। यह क्षेत्र ओक और बर्च के घने जंगलों से घिरा हुआ है, जहाँ की खूबसूरत देखते ही बनती है।
चोकौरी
नेचर लवर यात्रियों के लिए यह जगह सचमुच स्वर्ग है। चोकौरी अपने मनमोहक नज़ारों से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। चोकौरी में आपको समृद्ध कुमाऊंनी कला, संस्कृति और परंपराओं में डूबने का अवसर मिलेगा। यह मनमोहक टूरिस्ट प्लेस समृद्ध हिमालय की पहाड़ों और हरे-भरे पेड़ों से घिरा हुआ है।
चौकोरी से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेरीनाग अपनी उत्कृष्ट प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र की हरी-भरी हरियाली और चाय के बागान विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं और एक सुकून और आनंद का अनुभव प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए भी जन्नत से काम नहीं नहीं है ।
इसके अलावा चौकोरी शहर से लगभग 20 मीटर की दूरी पर स्थित उडियारी आपको पहाड़ों और प्रकृति जुड़ाव अहसास करता है। साथ आप चौकोरी में बैजनाथ मंदिर के भी दर्शन कर सकते है। बैजनाथ मंदिर की शांति व् यहाँ के वातावरण आपके अंदर अनोखा सुकून भर देती है । यहां अक्सर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।