यह है बिहार का सबसे खूबसूरत झील, आज भी लोग है इससे अनजान! हर साल आते है लाखों विदेशी मेहमान

बिहार में कितने ही ऐसी जगहें है जिससे खूब बिहार के लोग ही अनजान है। आज के इस पोस्ट में हम उसी तरह के एक ऐसे झील के बारे में बात करने जा रहे है जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है।

इतना ही नहीं इस झील में हर साल लाखों विदेशी मेहमानों का भी आगमन होता है जिसे देखने का अपना ही एक अलग सुकून है। तो आइए विस्तार से जानते है बिहार के इस छुपे हुए खजाने के बारे में –

बिहार का सबसे खास काँवर झील

दोस्तों हम जिस जगह की बात कर रहे है उसका नाम है काँवर झील। स्थानीय रूप से लोग इसे काबर ताल , कंवर ताल या काँवर ताल भी कहते है जो कि बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित है।

यह झील जिला मुख्यालय बेगूसराय से तकरीबन 22 किलोमीटर उत्तर में और बिहार के राजधानी नगर पटना से 100 किलोमीटर पूरब में स्थित है।

पक्षी विहार का दर्जा प्राप्त

दोस्तों यह झील कोई आम झील नहीं है, इस जगह को पक्षी विहार का दर्जा प्राप्त है। 66.13 वर्ग किमी में फैले इस मीठे पानी के झील को वर्ष 1989 में बिहार के पक्षी विहार का दर्जा मिला था।

हर साल यहाँ ठण्ड के मौसम में यहां पर देसी प्रजाति के अलावे लाखों की संख्या में अफ्रीका, जर्मनी, नीदरलैंड आदि देशों से पक्षी आते हैं. इनमें राजहंस, सारंग, घोंघिल, लालसर, सिखपर, चकवा, खंजन आदि शामिल हैं। 90 के दशक में यहां साइबेरियाई सारस भी आते थे, जो अब कम दिखते है।

झील के नजदीक ही जय मंगल गढ़ के नाम से एक प्रसिद्ध एक मंदिर भी है जिसे पाल वंश के काल में स्थापित माना जाता है और यह भी एक अनुमान है की यह एक किले के रूप में था।

कैसे पहुंचे?

बेगूसराय स्थित कावर झील तक पहुंचना बेहद आसान है। बेगूसराय ट्रेन नेटवर्क से अच्छे से जुड़ा हुआ है और यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन बरौनी जंक्शन है जहाँ आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

बेगूसराय जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड से कावर झील की दूरी महज 35 किमी है. यहां आने के लिए बेगूसराय -रोसड़ा मार्ग SH-55 से 25 किमी दूर मंझौल बस या निजी वाहन से भी जा सकते हैं. इसके बाद मंझौल बस स्टैंड से दाएं होते हुए 10 किमी के सफर के बाद आप कावर झील पहुंच जायेंगे।

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