मध्यप्रदेश में यह नहीं देखा तो समझो बहुत कुछ मिस हो गया! कभी कहलाती थी ‘खुशियों का शहर’

मध्यप्रदेश जिसे भारत का दिल के नाम से जाना जाता हैं। यह पर वैसे तो आपको अलग- अलग संस्कृति के साथ साथ घूमने के लिए भी ढेर सारे पर्यटन स्थल मिल जाते है। लेकिन आज हम मध्यप्रदेश में स्थित मांडू शहर की बात कर रहे हैं।

मांडू शहर अपने चारों तरफ से ऐतिहासिक किलों में घिरा हुआ है जहां की दीवारें आज भी वही कहानी बयां करती है जो 300 साल पहले किया करती थी इंदौर से लगभग 90 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के खजानों में बेशकीमती हीरे की तरह चमकता बड़ा ही सुंदर शहर मांडू जिसे खुशियों का शहर भी कहा जाता है।

यह विंध्याचल की पहाड़ियों पर लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मांडू का प्राकृतिक सौंदर्य किसी का भी मन मोह सकता है। आइए जानते हैं यह के टॉप टूरिस्ट प्लेसेस के बारें में।

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मांडू में घूमने वाली 5 जगहें

जाली महल

मांडू शहर में स्थित जाली महल रानी रूपमती महल जाने के रास्ते में ही स्थित है। यहां पर आप महल में उकेरी गई कलाकृतियां देख पाते हैं। इस जगह पर हजारों टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं।

जहाज महल

जहाल महल मांडू में स्थित फेमस पर्यटन स्थल में से एक हैं। इस महल का आकार विशाल जहाज जैसा है। ये जहाज महल अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। यह जहाज महल तीन मंजिला हैं।  इसमें कई कमरे, हॉल और आंगन हैं। यह लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसमें जटिल नक्काशी और कलाकृति है।

महल के साथ-साथ बड़ा गार्डन तालाब बावड़ी और चारों ओर के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं यह फोटोग्राफी के लिए मांडू की सबसे अच्छी जगह है।

रानी रूपमती का महल

यह महल काफी ऊंचाई पर स्थित है इस महल में अलग-अलग तरह गलियारे, बगीचे एक ओर पहाड़ी के ऊपर बना महल खूबसूरत चारों ओर का नजारा जंगल और नर्मदा नदी देख पाते हैं। इसके अलावा भी कुछ जगह मांडू में देखने वाली है जैसे रेवा कुंड यह रानी रूपमती पूजा करती थी।

चंपा बावड़ी जिसका पानी चंपा फूल की तरह खुशबूदार है प्राचीन हिंदू बावड़ी जो कि जहाज महल में स्थित है बड़े तालाब तालाब के बीच बने टापू और पुराने शहर के दरवाजे हैं।

baaz bahadur mahal

होशंगशाह का मकबरा

होशंगशाह का मकबरा जामी मस्जिद के पीछे स्थित है जहां आप होशंगशाह का मकबरा, कलात्मक बरामदें देख सकते हैं।  यह मकबरा 15वीं शताब्दी में मालवा के सुल्तान होशंग शाह द्वारा बनवाया गया था। यह अपनी भव्य वास्तुकला, जटिल नक्काशी और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।

नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर

यह मंदिर नीलकंठेश्वर महादेव भगवान मंदिर को समर्पित हैं। यह सबसे पुराने मंदिर में से एक हैं। मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में किया गया था।

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