राजस्थान ही नहीं एमपी में भी है ऐसे किले , जिनका इतिहास जानकर गर्व से चौड़ा हो जाएगा आपका सीना
Famous Forts in Madhya Pradesh: भारत में देखने के लिए जब किलो की बात आती है तो अक्सर लोगों के दिमाग में राजस्थान की छवि सबसे पहले आती है। परंतु राजस्थान के अलावा भारत के मध्य प्रदेश राज्य में भी ए फॉर एप्पल प्राचीन समय के कई ऐतिहासिक किले अभी भी मौजूद है जिनके बारे में लोगों को कम ही जानकारी है।
मध्य प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है जहां की सुंदरता यहां के लुभावने नज़ारे, ऐतिहासिक इमारतें, झीलों और खूबसूरत पहाड़ों प्रदेश संस्कृति और परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिलता है। मध्य प्रदेश की इसी खूबसूरती और खासियत के लिए लोग देश-विदेश से यहां यात्रा करने आते हैं।
खूबसूरत लोकेशंस के साथ-साथ यहां पर ऐतिहासिक धरोहर को संजोए हुए कई प्राचीन खूबसूरत फोर्ट भी है । लेकिन ज्यादातर लोग मध्य प्रदेश के आलीशान किलो के बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको ऐसे ही कुछ गुमनाम ऐतिहासिक किलो के बारे में आपको बताने जा रहे हैं-
गिन्नौरगढ़ किला
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास स्थित गिन्नौरगढ़ किला ऐतिहासिक स्मारक है। विंध्याचल की पहाड़ियों के बीच बने इस किले को गोड़ राजवंश के शासको द्वारा बनवाया गया। प्रकृति की गोद में बसाई है किला दूर से देखने में बेहद ही खूबसूरत नजर आता है ।
यह किला समुद्र तल से 1975 फीट ऊंचाई पर बनवाया गया है। के लिए इस भाव केले की लंबाई लगभग 3696 फीट है, और इसकी चौड़ाई 874 फीट है . रोमांचक एक्टिविटीज के शौकीन लोगों के लिए यह किला किसी जन्नत से काम नहीं है। मान्यताओं के अनुसार इसके अलावा इस किले को कई रहस्य का घर भी माना जाता है।
दतिया किला
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के किले के बारे में तो सारे ही लोग जानते हैं। लेकिन हम बात कर रहे हैं ग्वालियर से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दतिया के लिए के बारे में। जो राजा वीर सिंह देव महल के नाम से मशहूर है। दोस्ती का प्रतीक माने जाने वाले इस दतिया किले को राजा वीर सिंह देव ने मुगल शासक जहांगीर के स्वागत के लिए बनवाया था।
दीवारों पर बनी अद्भुत चित्रकार वाले इस किले में सात मंजिली हैं, जिसमें से दो मंजिली जमीन के अंदर बनाई गई हैं। 440 कमरों वालेदतिया किले की सबसे खास बात यह है कि लोहे या लकड़ी का इस्तेमाल किए गए बिना यह किला केवल ईट और पत्थर से बनाया गया है।
ओरछा किला
मध्य प्रदेश के ओरछा में ऐतिहासिक और प्राचीन काल से जुड़ी कई भव्य इमारतें हैं जिनमें से एक ओरछा का किला भी है। जहांगीर के लिए के नाम से भी जाने वाले इस किले को बनाने में 22 साल का समय लगा था। कहते हैं यह किला एक ऐसे स्थान पर बनाया गया है जहां पर दुश्मनों का पहुंचना नामुमकिन हुआ करता था।
ओरछा किले के अंदर कई घुमावदार सीढ़ियां और छिपे हुए रास्ते बनाए गए हैं जहां पर किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में छुप जा सकता था। बेहतरीन चित्रकार द्वारा महल की दीवारों को सजाया गया है। ओरछा किला भारतीय और मुगलिया वास्तुकलाका एक अनूठा उदाहरण है।
देवगढ़ किला
मध्य प्रदेश का देवगढ़ किला प्राचीन काल की वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना पेश करता है। सिसोदिया राजवंशु के राजा द्वारिका दास द्वारा बनवाया गया यह किला 17वीं शताब्दी से ऐतिहासिक धरोहर के रूप में विराजमान है। इस भव्य किले में 200 कमरे बनवाए गए हैं।
प्राकृतिक सुंदरता के बीच बनाया किला अपनी दीवारों पर बनाई गयी शानदार नक्काशी के लिए पर्यटकों के बीच जाना जाता है । तो अगर आप भी मध्य प्रदेश की यात्रा के बारे में सोच रहे हैं तो इस ऐतिहासिक देवगढ़ किले को देखना ना भूले।